योगासन क्या है?
योगासन का अर्थ 'योगासन' शब्द दो शब्दों 'योग' तथा 'आसन से मिलकर बना है।
‘शक्ति और अवस्था' को योगासन कहते।
श्री व्यास जी ने लिखा है, “योग का अर्थ समाधि है।"
महर्षि पतंजलि ने योगशास्त्र में लिखा है, “योगीश्चित वृत्त निरोध।"
योग योग चित्त की वृत्तियों को रोकता है और मन की स्थिरता को प्राप्त करना ही योग साधन
आसन 'आसन' शब्द से अभिप्राय है मानवशरीर अधिक से अधिक समय किसी विशेष स्थिति में रखना।

योगासन का अर्थ 'योगासन' शब्द दो शब्दों 'योग' तथा 'आसन से मिलकर बना है।
‘शक्ति और अवस्था' को योगासन कहते।
श्री व्यास जी ने लिखा है, “योग का अर्थ समाधि है।"
महर्षि पतंजलि ने योगशास्त्र में लिखा है, “योगीश्चित वृत्त निरोध।"
योग योग चित्त की वृत्तियों को रोकता है और मन की स्थिरता को प्राप्त करना ही योग साधन
आसन 'आसन' शब्द से अभिप्राय है मानवशरीर अधिक से अधिक समय किसी विशेष स्थिति में रखना।

योगासन से होने वाले निम्नलिखित लाभ हैं. (Benefits by doing Yoga)
(1) शरीर की हड्डियों फेफड़ेयकृतमस्तिष्क, गुर्दे आदि का व्यायाम होता है ।(2) इससे शरीर में रक्त संचार नियमित रूप से होता है ।
(3) योगासन करने से शुद्ध वायु फेफड़ों में जाती है और जीवन शक्ति बढ़ती है।
(4) कब्ज दूर होती है और स्मरण शक्ति बढ़ती है।
(5) मनुष्य का मानसिकशारीरिक तथा आध्यात्मिक विकास होता है।
(6) इससे अनेक गम्भीर रोगों का निवारण होता है।
(7) शरीर स्फूर्तिवानक्रियाशील लोचदार और गतिशील बनता है ।
"योगासन क्या है?" योगासन भारत की एक प्राचीन पद्धति है। मन को वश में रखने के लिए योगासनों से बढ़कर अन्य कोई अच्छा उपाय नहीं होता है, परन्तु योगासन करते समय मनुष्य को बहुत ही सावधानी रखने की आवश्यकता होती है क्योंकि असावधानी रखने से हानिकारक परिणाम भी हो सकते हैं।
योगासन करते समय निम्नलिखित नियमों का ध्यान रखना चाहिए. (Concentration in yoga)
(1) योगासन करने के लिए खुला हुआ,हवादार तथा एकान्त स्थान होना चाहिए।(2) हृदय रोगी,रक्तचाप के रोगीबुखार से ग्रस्त तथा गर्भवती महिला को योगासन कभी नहीं करने चाहिए।
(3) योगासन एकाग्रचित्त होकर और पूरे मनयोग के साथ करना चाहिए।
(4) योगासन करने से पूर्व जमीन पर चादर बिछा लेनी चाहिए और जमीन समतल तथा साफ होनी चाहिए।
(5) कोई भी योगासन करने के बाद श्वासन अवश्य करनी चाहिए।
(6) योगासन करते समय प्रशिक्षक की आज्ञाओं का पूरी तरह पालन करना चाहिए।
(7) बालकों को वासनशलभासन जैसे कठोर योगासन नहीं करने चाहिए।
(8) मनुष्य को प्रत्येक योगासन का अभ्यास धीरे-धीरे ही करने चाहिए।
(9) बालिकाओं को भुजंगासनधनुरासनमत्स्येन्द्रासन आदि आसनों को कभी नहीं करना चाहिए।
(10) योगासन करने के दो घण्टे उपरान्त ही भोजन करना चाहिए।